आपको शक़ है गर नहीं देखा,
मैंने देखा, मगर नहीं देखा |

आपको देखता रहा मैं ही,
आपने इक नज़र नहीं देखा |

मुंतज़िर इक दशक रहा, मैंने
रास्ता उम्र भर नहीं देखा |

मैंने देखें है सैकड़ों पागल,
पर कोई इस क़दर नहीं देखा |

जो भी कहना था कह दिया मैंने,
है बहर / बेबहर नहीं देखा |

✍🏻 गौरव ‘साक्षी’

 

2)

वो जो कहता है डर नहीं देखा,
यानि उसने ग़दर नहीं देखा |

मुझसे मंज़िल पे आ मिले है वो,
उसने मेरा सफर नहीं देखा |

इक दफ़ा फेर ली निगाहें जो,
फिर पलटकर उधर नहीं देखा |

काम उसका था काटना उसने
सर कटा या शजर नहीं देखा |

जाने कितने मिले हमें साकी,
आपसा बेसबर नहीं देखा |

✍🏻 गौरव ‘साक्षी’