l हिन्द की सेना ll
शौर्य पराक्रम की अनुपम,
अनूठी मिसाल है हिन्द की सेना।
जल,धरा,नभ तीनो ही रूपों में,
खूब कमाल है हिन्द की सेना।
है विकराल विशाल बड़ी हर,
शत्रु का काल है हिन्द की सेना।
देश की जनता की रक्षा की ख़ातिर,
वज्र की ढाल है हिन्द की सेना।
शौर्य के संग में धैर्य को भी,
दिखलाती है सीमा पे हिन्द की सेना।
शस्त्र उठाती ना अस्त्र प्रथम
चलाती है सीमा पे हिन्द की सेना।
किन्तु जो संकट भारत भूमि पे
पाती है सीमा पे हिन्द की सेना।
आतंकी क्षेत्र के क्षेत्र के क्षेत्र,
मिटाती है सीमा पे हिन्द की सेना।
✍🏻 गौरव “साक्षी”